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भारत की गुलामी के प्रमाण आज भी कई बार मिलते हैं

भारत की गुलामी के प्रमाण आज भी कई बार मिलते हैं निम्नलिखित व्यंग्य देखें - ओह माई गोड ओह माई गोड - वैरी नाईस - अरे यार तू तो अंग्रेज सा लगता है - इट्स माई प्लेजर, थैंक्यू , सॉरी ,…

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हिन्दी बोलने में शर्म नहीं गर्व होना चाहिए

"हिन्दी में घट रही दिलचस्पी के चलते भारत में प्रकाशक भी हिन्दी किताबें छापने में हिचकिचाते हैं. युवा लेखक पंकज रामेन्दु खुद अपनी हिन्दी कविता संग्रह के लिए कहते हैं, "एक तो कर…

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