हाँ भाई लोग आज 31 मई है कितने लोग पिच करके गंदगी मचाना छोड़ रहे है । जितना हम गुटखा पे खर्च कर अपनी मौत को जल्दी बुलाते है, उतना ही खर्च किसी भूखे को दो रोटी का बन्दोबस्त करने मेँ ल…
जिनको ये पढ़ा लिखा समाज अनपढ़ कहता है, वो आज भी सबसे सुसंस्कृत है | शायद इन्हें देश में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में कुछ भी नहीं पता, इनका तो जैसे एक ही धर्म है .. भारतीयता का, मान…
कमी तभी होती है, जब बर्बादी होती है !! पानी की हर बूंद कीमती है इसे बचाएं जल ही जीवन है। वाकई पानी के बिना जिंदगी की कल्पना भी नहीं की जा सकती, लेकिन अफसोस की बात यह है कि जहां एक तर…
चुरा ले गया इन आँखों से सपने कोई कौन है वो सौदागर, गैर या अपना कोई..??